उन्हें
अपनी संस्कृति से है
बेहद प्यार.
अत: बीबीसी एवं
सीएनएन
द्वारा प्रस्तुत कोई भी
“देसी” प्रोग्राम
कभी नहीं करते हैं मिस.
प्रगति
वे बोले
ताज्जुब है कि
नयागांव अभी भी
है पिछडा.
ढेर से वायदे,
अनगिनित हवाई किले,
सैकडों कागजी कूंए,
बात बात पर उन के लिये
नई नई घोषणाये,
एवं साल में कम से कम
दीवाली पर राशन,
सभी तो हम ने दिलाये हैं.
कितनी प्रगति हुई है हमारे
खुद के जीवन में इस बीच.
जो हम कल तक नहीं थे,
वे आज हो गये है.
फिर क्यों नयागंव
अभी तक है पिछडा.
जरूर जनता में ही
होगी कोई कमी .
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